तुम से तुम्हारी तारीफ़ करना
कह दो कि ये लाज़मी तो नहीं
तुम को मना लें, मनाएँ भी कैसे
चाहत है पर लफ़्ज़ भी तो नहीं
छोड़ दो रूठना, हाँ, ख़ता जो हो गई
हम से नाराज़गी हो गई
तुम्हारी नज़र क्यूँ ख़फ़ा हो गई
ख़ता बख़्श दो गर ख़ता हो गई
हमारा इरादा तो कुछ भी ना था
हमारी ख़ता ख़ुद सज़ा हो गई
नज़रों को अपनी हम पे भी लाओ
तेरे हैं हम, गैर ही तो नहीं
हम जानकर दिल तुम्हारा दुखाए
मुमकिन कभी इश्क़ में ये नहीं
छोड़ दो रूठना, ये सज़ा सी हो गई
हम से नाराज़गी हो गई
तुम्हारी नज़र क्यूँ ख़फ़ा हो गई
ख़ता बख़्श दो गर ख़ता हो गई
हमारा इरादा तो कुछ भी ना था
हमारी ख़ता ख़ुद सज़ा हो गई
तुम्हारी नज़र क्यूँ ख़फ़ा हो गई
ख़ता बख़्श दो गर ख़ता हो गई
हमारा इरादा तो कुछ भी ना था
हमारी ख़ता ख़ुद सज़ा हो गई
Чтобы похвалить вас
Скажи, что это не лак
Отметьте вас, как праздновать
Хочу, но даже не слова
Оставьте это, да, человек, который закончил
Мы злились на
Почему твои глаза расстроены
Хата расколоть два мусора
Наше намерение было ничем
Наша хата наказана сама по себе
Принесите глаза на наши
Я твой, не только
Мы знаем твое сердце
Это никогда не влюблена
Оставьте это злым, это наказано
Мы злились на
Почему твои глаза расстроены
Хата расколоть два мусора
Наше намерение было ничем
Наша хата наказана сама по себе
Почему твои глаза расстроены
Хата расколоть два мусора
Наше намерение было ничем
Наша хата наказана сама по себе